पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦(धनपतराय) का जनà¥à¤® ३१ जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ सनॠ१८८० को बनारस शहर से चार मील दूर समही गाà¤à¤µ में हà¥à¤† था। आपके पिता का नाम अजायब राय था। वह डाकखाने में मामूली नौकर के तौर पर काम करते थे। धनपतराय की उमà¥à¤° जब केवल आठसाल की थी तो माता के सà¥à¤µà¤°à¥à¤—वास हो जाने के बाद से अपने जीवन के अनà¥à¤¤ तक लगातार विषम परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का सामना धनपतराय को करना पड़ा। पिताजी ने दूसरी शादी कर ली जिसके कारण बालक पà¥à¤°à¥‡à¤® व सà¥à¤¨à¥‡à¤¹ को चाहते हà¥à¤ à¤à¥€ ना पा सका। आपका जीवन गरीबी में ही पला। कहा जाता है कि पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦ घर में à¤à¤¯à¤‚कर गरीबी थी। पहनने के लिठकपड़े न होते थे और न ही खाने के लिठपरà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ à¤à¥‹à¤œà¤¨ मिलता था। इन सबके अलावा घर में सौतेली माठका वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° à¤à¥€ हालत को खसà¥à¤¤à¤¾ करने वाला था। पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦ के पिता ने केवल १५ साल की आयू में पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦ विवाह करा दिया। पतà¥à¤¨à¥€ उमà¥à¤° में आपसे बड़ी और बदसूरत थी। पतà¥à¤¨à¥€ की सूरत और उसके जबान ने आपके जले पर नमक का काम किया।विवाह के à¤à¤• साल बाद ही पिताजी का देहानà¥à¤¤ हो गया। अचानक आपके सिर पर पूरे घर का बोठआ गया। à¤à¤• साथ पाà¤à¤š लोगों का खरà¥à¤šà¤¾ सहन करना पड़ा। पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦ की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• विपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ इस घटना से लगाया जा सकता है कि पैसे के अà¤à¤¾à¤µ में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपना कोटबेचना पड़ा और पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ बेचनी पड़ी। à¤à¤• दिन à¤à¤¸à¥€ हालत हो गई कि वे अपनी सारी पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‹à¤‚ को लेकर à¤à¤• बà¥à¤•à¤¸à¥‡à¤²à¤° के पास पहà¥à¤‚च गà¤à¥¤ वहाठà¤à¤• हेडमासà¥à¤Ÿà¤° मिले जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आपकोअपने सà¥à¤•à¥‚ल में अधà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• पद पर नियà¥à¤•à¥à¤¤ किया।
Birth and Early Life
Sankalp Unit
I like the page in Hindi after so long i am seeing a Hindi page...Keep it up..
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